तेहरान। पश्चिमी देशाें के प्रतिबंधाें के बावजूद ईरान ने घाेषणा की है कि वह अपनी अंतरिक्ष क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ‘तीन’ नए घरेलू उपग्रहों को अगले साल एक साथ प्रक्षेपित करेगा। ये उपग्रह, ‘कोसार’, ‘जफर’ और ‘पाया’ देश के वैज्ञानिकों द्वारा ही विकसित किए गए हैं। ईरानी अंतरिक्ष एजेंसी (आईएसए) के प्रमुख हसन सलारिह ने हाल में दिए एक साक्षात्कार में कहा कि इन उपग्रहाें का प्रक्षेपण ईरानी कैलेंडर वर्ष के आखिर में यानि अगले साल 20 मार्च से पहले होंगे। इसमें कोसार उपग्रह देश की दूरसंचार और ब्रॉडबैंड सेवाओं को मजबूत करेगा जबकि जफर और पाया पृथ्वी अवलोकन और निगरानी के लिए इस्तेमाल होंगे। उन्होंने कहा कि तीनों उपग्रहों ने प्रक्षेपण से पूर्व परीक्षण पूरे कर लिये हैं। एक साथ कई उपग्रहाें का यह प्रक्षेपण अंतरिक्ष में उपग्रहाें के प्रक्षेपण की हमारी ‘विश्वसनीय’ क्षमता को प्रदर्शित करता है, जो ईरान के अंतरिक्ष उद्योग के लिए एक प्रमुख मील का पत्थर है।
आईएसए प्रमुख ने कहा कि हमारा अंतरिक्ष कार्यक्रम तेजी से बढ़ रहा है। इस अभियान में ईरान के घरेलू प्रक्षेपण यानों का उपयोग किया जाएगा, जिन्हें भारी पेलोड को दूरस्थ कक्षाओं में ले जाने के लिए उन्नत किया गया है। ये उपग्रह ईरान की स्वदेशी तकनीक का नमूना हैं, जो पश्चिमी देशाें प्रतिबंधों के बावजूद देश की वैज्ञानिक प्रगति दिखाते हैं। ये प्रक्षेपण न सिर्फ वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देंगे, बल्कि कृषि, पर्यावरण निगरानी और आपदा प्रबंधन में भी मदद करेंगे।” सलारिह ने चाबहार स्पेस बेस से पहला प्रक्षेपण करने की भी योजना का जिक्र किया, जो ईरान के दक्षिणी तट पर स्थित है। उन्होंने घोषणा की कि चाबहार राष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र को आगामी महीनों में अपने पहले परीक्षण प्रक्षेपण के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निम्न अक्षांश के कारण, देश में चाबहार केन्द्र को भूमध्यरेखीय कक्षा सहित अन्य प्रमुख कक्षाओं तक पहुँचने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान माना जाता है। इस बीच पश्चिमी देशाें ने इन गतिविधियों को उसके मिसाइल कार्यक्रम से जोड़ते हुए चिंता जताई हैं। जबकि ईरान का कहना है कि यह शांतिपूर्ण है और संयुक्त राष्ट्र के नियमों का पालन करता है और उसका लक्ष्य है कि वह अगले साल तक कुल 20 उपग्रहाें का सफल प्रक्षेपण कर सकें।



