दार्जिलिंग। दार्जिलिंग के प्रसिद्ध निपेन्द्र नारायण बंगाली हिंदू हॉल (एनएनबीएच हॉल) की दुर्गा पूजा इस वर्ष अपने 111वें वर्ष में भव्य रूप से मनाई गई। परंपरागत श्रद्धा और उल्लास के साथ सम्पन्न इस पूजा का विसर्जन भी अनोखे और ऐतिहासिक अंदाज़ में किया गया। देवी दुर्गा की प्रतिमा को दार्जिलिंग से लगभग 12 किलोमीटर दूर रंगबुल ले जाया गया। खास बात यह रही कि प्रतिमा को विश्व प्रसिद्ध दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (टॉय ट्रेन) के माध्यम से विसर्जन स्थल तक पहुँचाया गया। टॉय ट्रेन प्रतिमा को लेकर बातासिया लूप होते हुए घूम स्टेशन पहुँची, जो समुद्र तल से 7407 मीटर की ऊँचाई पर एशिया का एक प्रमुख और ऊँचा रेलवे स्टेशन है। पूरी शोभायात्रा में श्रद्धालु और समिति के सदस्य पारंपरिक परिधानों में शामिल हुए।
तीन डिब्बों वाली इस विशेष ट्रेन में से दो डिब्बों में भक्तजन और पूजा समिति के सदस्य यात्रा कर रहे थे, जबकि एक विशेष ट्रॉली में माँ दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित किया गया था। एनएनबीएच हॉल के सचिव सुभाषिस सेनगुप्ता ने पूजा को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और सभी को शारदीय दुर्गा पूजा की शुभकामनाएँ दीं।



