जलपाईगुड़ी (निज संवाददाता)। प्रसन्नदेव महिला महाविद्यालय में ज्ञापन को लेकर एसएफआई और तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के बीच जमकर बवाल हुआ। दोनों पक्षों के बीच हाथापाई में चार लोग घायल हुए, जिन्हें जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना को लेकर कॉलेज परिसर और उसके आसपास के इलाकों में तनाव और सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना की भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची।
एसएफआई का आरोप है कि ज्ञापन देने आए उनके सदस्यों पर टीएमसीपी की नेता और कुछ बाहरी लोगों ने हमला किया। हालांकि टीएमसीपी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। दोपहर से रात तक थाना मोड़ सहित शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस की गश्त चलती रही। एसएफआई के पांच सदस्य पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्राचार्य को ज्ञापन देने पहुंचे थे। एसएफआई का आरोप है कि जब वे पहुंचे, उस वक्त प्राचार्य कॉलेज में मौजूद नहीं थे, इसलिए वे कॉलेज परिसर में प्रतीक्षा कर रहे थे।
तभी टीएमसीपी की एक छात्रा नेता और कुछ बाहरी लोग उन्हें अपशब्द कहने लगे और मारधाड़ भी की। एसएफआई के जिला सचिव अरिंदम घोष ने कहा कि एक अध्यापिका के जातिगत अपमान के विरोध में और कॉलेज में बाहरी लोगों के हस्तक्षेप को रोकने की मांग को लेकर हम ज्ञापन देने गए थे। उस समय कॉलेज के अंदर कुछ बाहरी लोग और छात्राओं ने मिलकर हमारे सदस्यों पर हमला किया। घायल तीन सदस्य अब जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज में इलाजरत हैं। वहीं, टीएमसीपी का आरोप है कि जब वे थाना मोड़ से गुजर रहे थे, तभी एसएफआई के सदस्यों ने उन पर हमला किया। इस घटना में उनका एक सदस्य घायल हो गया और उसे जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा।
प्रसन्नदेव महिला कॉलेज की छात्रा और टीएमसीपी नेता लीजा सूत्रधार ने कहा कि बाहरी एसएफआई सदस्य कॉलेज में आए थे और वे नशे की हालत में भी थे। हमने बार-बार पूछा कि वे क्यों आए हैं। इसके जवाब में उन्होंने टीएमसीपी का नाम लेकर अभद्र टिप्पणियां कीं और फिर हम पर हमला कर दिया। घटना को लेकर रात में एसएफआई की ओर से टीएमसीपी के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई।



