नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को नई दिल्ली में यूरोपीय संसद की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समिति के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और अभिसरण को अधिकतम करने और सहयोग को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की।विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ अपनी बैठक के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने लिखा, “गुरुवार को दिल्ली में यूरोपीय संसद की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समिति (आईएनटीए) के प्रतिनिधिमंडल से मिलकर प्रसन्नता हुई। चर्चा हुई कि भारत और यूरोपीय संघ अभिसरण को कैसे अधिकतम कर सकते हैं और सहयोग को कैसे गहरा कर सकते हैं। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आ सकती है और लोकतांत्रिक ताकतें मजबूत हो सकती हैं। भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का शीघ्र समापन इन उद्देश्यों में बड़ा बदलाव ला सकता है।”
इससे पहले 26-28 अक्टूबर को ब्रुसेल्स यात्रा पर रहे केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यूरोपीय व्यापार एवं आर्थिक सुरक्षा आयुक्त मारोस सेफ्कोविक से एफटीए के लंबित मुद्दों पर सार्थक बातचीत की थी। आधिकारिक बयान में कहा गया, “फरवरी 2025 में आयुक्तों के कॉलेज की नई दिल्ली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के स्पष्ट निर्देशों का पालन करते हुए, दोनों पक्षों ने 2025 के अंत तक भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को संपन्न करने की अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की।” यह बातचीत एक ऐसे व्यापार समझौते पर हुई जो दोनों पक्षों को फायदा दे, संतुलित हो और निष्पक्ष हो। यह समझौता भारत और यूरोपीय संघ के बीच गहरा भरोसा और मजबूत रणनीतिक रिश्ते दिखाएगा। साथ ही, दोनों एक-दूसरे की संवेदनशील बातों और प्राथमिकताओं का पूरा सम्मान करेंगे। पिछले महीने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता को शीघ्र पूरा करने और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक (आईएमईईसी) गलियारे के कार्यान्वयन के लिए साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की।



