बारिश में खिल उठी हिल्स की वादियां
रिमझिम फुहारों का मजा ले रहे पर्यटक
दार्जिलिंग। मानसून के मौसम में रिमझिम फुहारों के बीच जब बादल पहाड़ों से अठखेलियां करते हैं, तो दार्जिलिंग, मिरिक और कालिक्वपोंग की वादियां किसी स्वप्नलोक से कम नहीं लगतीं। मानसून सीजन में यहां की वादियों में जो हरियाली और ताजगी छा जाती है, वह पर्यटकों के दिलों को छू जाती है। तभी तो बारिश के मौसम में भी पहाड़ की इन हसीन वादियों का दीदार करने के लिए पर्यटक पहुंचते ही हैं। हालांकि मानसून किस मौसम टूरिस्ट का ऑफ सीजन होता है, इसके बावजूद भी पर्यटकों के लिए बरसात के मौसम में भी दार्जिलिंग बादलों की चादर में लिपटा स्वर्ग लगता है। दार्जिलिंग की सुबह जब चाय बागानों की ओस से भीगी पत्तियों और हल्की धुंध से घिरी पहाड़ियों के साथ होती है, तब हर मुसाफिर के कदम वहीं थम जाते हैं। टाइगर हिल से सूर्योदय का नजारा बरसात में और भी रोमांचक हो जाता है, जब सूरज की पहली किरणें बादलों के बीच से झांकती हैं। इसके साथ ही मिरिक झील के किनारे बरसात की रिमझिम फुहारों के बीच संगीत की तरह आवाज भी पर्यटकों के दिल का सकून देता है। मिरिक की सहमेंदु झील के किनारे टहलते हुए जब बारिश की बूंदें झील की सतह पर गिरती हैं, तो लगता है जैसे प्रकृति खुद संगीत रच रही हो। बरसात के मौसम में यहां के देवदार के जंगलों की महक, और पहाड़ी फूलों की खुशबू पर्यटकों को एक अलग ही दुनिया में ले जाती है। वहीं हिल्स का एक हिस्सा कालिंपोंग शांतिपूर्ण पहाड़ी शहर की ताजगी का अहसास कराता है। कालिक्वपोंग की गलियों में बरसात के समय एक अजीब-सी सुकून देने वाली शांति होती है। फूलों के बागानों से लेकर गुक्वबा तक, हर जगह हरियाली के रंग गहरे हो जाते हैं। घूमने के दौरान पर्यटक यहां के बौद्ध मठों में ध्यान लगाकर आत्मिक शांति का अनुभव करते हैं।
इस संबंध में दार्जिलिंग होटल ऑनर्स एसोसिएशन के सभापति सांगे भूतियातने बताया कि बारिश में टूरिस्ट का ऑफ सीजन होता है, लेकिन इसके बावजूद उक्वमीद से अधिक पर्यटक इस समय भी दार्जिलिंग में हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में रिमझिम फुहारों के बीच प्राकृतिक वातावरण का मजा पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है। बारिश की फुहारों के बीच रंग बिरंगे छाता लिए दार्जिलिंग शहर की खूबसूरती में चार चांद लग जाता है।
उन्होंने बताया कि पर्यटक पहाड़ में आ रहे है और रिमझिम फुहारों का मजा भी ले रहे हैं। वहीं श्री भूटिया ने यह भी बताया कि हालांकि बारिश के मौसम में रास्ते थोड़े चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन जो यात्री प्राकृतिक सुंदरता और शांति की तलाश में होते हैं, उनके लिए यह समय सबसे उपयुक्त है। इसके साथ ही बुलाकी होम स्टे के संचालक पवन बुधाठोकी ने बताया कि यह सीजन थोड़ा ऑफ होता है। इसलिए पर्यटकों को आर्थिक रूप से थोड़ा लाभ भी मिलता है। स्थानीय होटल और होमस्टे इस सीजन में खास छूट भी देते हैं। इस मौसम में पर्यटक किफायती दर पर हिल्स का मजा ले सकते हैं।



