नक्सलबाड़ी। फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने के आरोपी ने लिखित कबूलनामा देकर 450 जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने की बात कबूली। आरोपी ने स्वीकार किया कि प्रत्येक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के लिए दस हजार रुपये लिये गये थे। इस मामले में एक अन्य डाटा एंट्री ऑपरेटर पर शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
पैसे के बदले फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने के मामले में कल ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी ने खोरीबाड़ी ग्रामीण अस्पताल के डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। खोरीबाड़ी ग्रामीण अस्पताल के आरोपी डाटा एंट्री ऑपरेटर पार्थ साहा पैसे के लिए फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर रहे थे।
बताया गया है कि मेल के जरिये पार्थ ने अब एक मुचलका देकर 450 जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करने की बात कबूल की है। इसके साथ ही, आरोपी ने प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए 10 हजार रुपये लेने की बात स्वीकार की।
खबर है कि नक्सलबाड़ी बीडीओ कार्यालय के बांग्ला सहायता केंद्र के डाटा एंट्री ऑपरेटर मंजीत गुहा आरोपी को यह आदेश देता था। थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपी पार्थ साहा फरार हो गया। आरोपी पार्थ साहा के घर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। दरवाजा बंद है। घर खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है। आरोपी की माँ का फोन खुला है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है। सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।



