दार्जिलिंग। गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के प्रमुख कार्यपालक अनित थापा ने सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल सरकार के श्रम मंत्री मलय घटक से मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दार्जिलिंग के चाय बागान श्रमिकों को मिलने वाले वार्षिक बोनस से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना था। अनित थापा ने इस अवसर पर एक ज्ञापन सौंपते हुए मंत्री का ध्यान श्रमिकों की वर्षों पुरानी समस्याओं की ओर आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि हर वर्ष जैसे-जैसे पूजा का पर्व नजदीक आता है, बोनस वितरण में देरी, विवाद और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे श्रमिकों और उनके परिवारों को आर्थिक संकट झेलना पड़ता है।
श्री थापा ने स्पष्ट किया कि दार्जिलिंग की विश्व प्रसिद्ध चाय के पीछे वहां के श्रमिकों की मेहनत है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें हर वर्ष अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है। इस वर्ष श्रमिकों ने 20 प्रतिशत बोनस की मांग की है, जो चाय की बढ़ती कीमतों और जीवन-यापन की लागत को देखते हुए पूरी तरह से न्यायोचित है। उन्होंने श्रम विभाग और अन्य संबंधित पक्षों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर गहन चर्चा कर श्रमिकों के हित में निर्णय लें, जिससे बागानों में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता बनी रह सके।श्री थापा ने मंत्री से अनुरोध किया कि वे शीघ्र हस्तक्षेप कर उचित कदम उठाएं ताकि चाय बागान के श्रमिकों को न्यूनतम न्याय और उनका अधिकार सुनिश्चित किया जा सके।