कर्सियांग। रंगबुल धोतरिया अंचल के धोतरिया कॉलेज वैली गांवों से आईजीजेएफ और अन्य दलों से भाजपा में शामिल हुए 180 परिवारों का पार्टी में स्वागत करते हुए केंद्रीय पार्टी अध्यक्ष अनित थापा ने कहा कि पार्टी में शामिल होने के बाद आपको पार्टी का काम करना होता है। यह जल्दबाज़ी में नहीं होता। पार्टी में शामिल होना आसान है, लेकिन काम करना मुश्किल है। श्री थापा ने 2017 से पहले की राजनीति और आज की राजनीति में अंतर बताते हुए कहा कि पहाड़ को शांति के मार्ग पर ले जाने का मेरा राजनीतिक सफर आसान नहीं था। पहले चिल्लाना, कूदना और जलना ही राजनीति कहलाती थी। आज राजनीति उस तरह नहीं की जा सकती। आज दोषारोपण की राजनीति नहीं चलती। जनता को सिर्फ़ काम की राजनीति, उपलब्धि की राजनीति दिखाई देती है। राजनीति में धैर्य की ज़रूरत होती है और नेतृत्व पर भरोसा होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि पहाड़ में हम राजनीतिक शिकार बन रहे हैं। हम राजनीतिक रूप से जागरूक नहीं हैं। तृणमूल के साथ हमारे राजनीतिक समीकरण के नकारात्मक आख्यान से दूसरी पार्टियां लाभान्वित होती हैं। सांसद के चुनाव में बिना कुछ किए ममता बनर्जी को हराने से भाजपा को जीत मिली। हम हार गए। नुकसान गोरखाओं का हुआ है। पीड़ित दार्जिलिंग पहाड़ के गोरखा ही हुए हैं।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, हमें राजनीतिक बकवास नहीं सुननी चाहिए। उनका राजनीतिक लक्ष्य, दृष्टिकोण और रणनीति केवल भाजपा को हराना है। मैं जीत या हार की लड़ाई में नहीं हूं। हमारी राजनीति एक सभ्य समाज, सभ्य सोच और सभ्य वातावरण बनाने की है। चुनाव जीतने पर मुझे कुर्सी की कमी महसूस नहीं होती। मैं एक ऐसा नेता हूं जो राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करता है। लोग मुझे वोट भले ही न दें, लेकिन अगर हम बंगाल सरकार के साथ मिलकर काम नहीं करेंगे,तो इस देश का विकास कहां से आयेगा? इसलिए मैं खुले तौर पर कहता हूं कि मैं पहाड़ की समृद्धि,विकास और शांति के लिए बंगाल सरकार के साथ मिलकर काम करूंगा। मेरी राजनीति अपने पैरों पर खड़े होने की है।उन्होंने कहा कि वैचारिक बदलाव ही सही बदलाव है। हमें अपना गांव खुद बनाना होगा। संघर्ष को अपना सिद्धांत मानने वाला भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (भागोप्रमो )हमेशा गांव निर्माण का समर्थन करेगा।



