पटना (हि.स.)। पिछले साल विधानसभा में विश्वासमत के दौरान राजद छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा क्षेत्र से विधायक प्रह्लïाद यादव को लेकर एनडीए गठबंधन में घमासान मचा हुआ है। जदयू सांसद ललन सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि इस बार प्रह्लाद यादव को किसी कीमत पर टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन अब भाजपा प्रह्लाद यादव के समर्थन में उतर गई है।
विधानसभा सत्र के बाद मीडिया से बाद करते हुए उपमुक्चयमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि विधायक को तो छोड़ दीजिए, भाजपा में बूथ लेबल कार्यकर्ता का भी सक्वमान होता है।
विधानसभा की कार्यवाही के बीच मंगलवार को सूर्यगढ़ा विधायक प्रह्लाद यादव ने भाजपा कोटे के दोनों उपमुक्चयमंत्री से मुलाकात की और अपनी बातों को रखा। प्रह्लाद यादव से मुलाकात के बाद उपमुक्चयमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारे यहां बंधुआ मजदूर का भाव नहीं रखा जाता है और हर किसी की बात सुनी जाती है। विधायकों की समस्या का हमलोग समाधान करते हैं। हमारा सक्षम नेतृत्व अपने विधायक को तो छोड़ दीजिए, बूथ स्तर के कार्यकर्ता का भी सक्वमान करते हैं।
कुछ दिन पहले जदयू सांसद ललन सिंह ने लखीसराय के सूर्यगढ़ा में एलान किया था कि सूर्यगढ़ा जदयू की सीट है। जदयू अपने हिसाब से उक्वमीदवार तय करेगा। जदयू अपने सामाजिक समीकरण को देखते हुए फैसला लेता है और पार्टी सही समय पर अपना फैसला लेगी। उन्होंने कहा था कि एक बात तो तय है कि लखीसराय के आतंक प्रह्लाद यादव को जेडीयू किसी हालत में टिकट नहीं देगी। साल 2024 में जब नीतीश कुमार राजद का साथ छोड़कर फिर से भाजपा के साथ आ गए थे, तब विधानसभा मे विश्वासमत के दौरान बड़ा खेला हो गया था। शक्ति परीक्षण से पहले विपक्षी पार्टियों के कई विधायक पाला बदल कर सत्ता पक्ष की बेंच पर जाकर बैठ गये थे। शक्ति परीक्षण के दौरान जिन विधायकों ने पाला बदला था, उनमें सबसे चौंकाने वाला नाम प्रह्लïाद यादव का था।
लंबे अर्से से लालू यादव और आरजेडी से जुड़े प्रह्लïाद यादव के पाला बदलने की कल्पना किसी ने नहीं की थी। लेकिन वे विपक्षी पार्टियों के बेंच से उठकर सत्ता पक्ष के साथ बैठ गये थे और नीतीश कुमार की सरकार ने 12 फरवरी 2024 को विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर लिया था और नीतीश कुमार की सरकार गिरते-गिरते बची थी। लेकिन अब जदयू उसी प्रह्लाद यादव को टिकट से वंचित करने की बात कह रही है।



