राज्य सरकार बना रही नॉर्थ बेंगॉल डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट प्लान
जलपाईगुड़ी में योजना तैयार करने के लिये पहली बैठक आयोजित
जलपाईगुड़ी (निज संवाददाता)। उत्तर बंगाल के 8 जिलों के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार नॉर्थ बेंगॉल डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट प्लान तैयार कर रही है। इस योजना को तैयार करने को लेकर गुरुवार को जलपाईगुड़ी जिला शासक के कॉन्फ्रेंस रूम में पहली बैठक आयोजित हुई। बैठक में कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई), जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, राज्य के उद्योग विभाग की विभिन्न शाखाओं और अन्य सरकारी कार्यालयों के अधिकारी उपस्थित थे।
पूजा के बाद आगामी अक्टूबर महीने के भीतर यह विकास योजना तैयार कर राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी। इस विकास योजना को उत्तर बंगाल के 8 जिलों की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के आधार पर तैयार किया जाएगा।
इस योजना के विषय में सीआइआइ के एमएसएमई विभाग के पैनल चेयरमैन मोहन देवनाथ ने बताया कि आम तौर पर उत्तर बंगाल के सभी जिलों में फैले छोटे और मंझोले उद्योगों को केंद्र में रखकर यह विकास रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन जिलों में औद्योगिक परिसरों से बाहर भी कई उद्योग फैले हुए हैं। स्थानीय संसाधनों को ध्यान में रखकर किन नए उद्योगों की संभावना है, मौजूदा उद्यमियों और सरकार के बीच कोई गैप है या नही, यदि है तो उसे कैसे दूर किया जा सकता है, इस पर भी विचार किया जाएगा। चाय उद्योग, पर्यटन और अन्य प्रमुख क्षेत्रों को लेकर भी क्षेत्रीय सर्वे किया जाएगा।
यह भी देखा जाएगा कि उद्योगों के लिए खाली जमीन उपलब्ध है या नहीं, कितने लघु एवं मध्यम उद्योग कार्यरत हैं, निवेश की कितनी संभावना है, कितने लोग कार्यरत हैं और रोजगार के और क्या अवसर हैं। उद्योगों में प्रशिक्षित और कुशल श्रमिकों की स्थिति भी इस रिपोर्ट में शामिल रहेगी। जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज साथ होने के कारण योजना निर्माण में सुविधा होगी।
नॉर्थबंगाल नेशनल चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महासचिव किशोर मारोदिया ने कहा कि इस तरह की पहल उत्तर बंगाल में पहली बार की जा रही है। इससे पहले उत्तर बंगाल के समग्र विकास को लेकर इतनी व्यापक योजना कभी नहीं बनाई गई। हम फील्ड विजिट कर सभी पक्षों से बात करके यह विकास योजना तैयार करेंगे।
जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य अमिताभ राय ने कहा कि हमें इस योजना में नॉलेज पार्टनर के रूप में शामिल किया गया है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। इस रिपोर्ट में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख होगा कि उत्तर बंगाल के 8 जिलों में लघु और मंझोले उद्योगों के आधार पर निवेश, समस्याओं के समाधान और रोजगार के अवसर कैसे विकसित किए जा सकते हैं।
जलपाईगुड़ी जिले के अतिरिक्त जिला शासक रौनक अग्रवाल ने बताया कि राज्य के लघु व मध्यम उïद्योग विभाग के निर्देश पर उत्तर बंगाल के 8 जिलों के लिए समग्र जिला विकास योजना तैयार करने के उद्देश्य से यह पहली बैठक आयोजित की गई। योजना में उद्योग विस्तार, समस्याएं, निवेश, उन्नति, रोजगार और आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस विकास योजना की मुक्चय जिक्वमेदारी सीआईआई और जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रतिनिधियों को सौंपी जाएगी। इसके साथ ही 8 जिलों के प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, उद्योग विभाग के प्रतिनिधि और अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि भी समिति में शामिल होंगे। 20 अगस्त तक 8 जिलों का फील्ड विजिट कार्य पूरा कर लिया जाएगा और अक्टूबर के भीतर रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।