कोलकाता (हि.स)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को न्यू टाउन, राजारहाट में कम आय वर्ग के लोगों के लिए दो अत्याधुनिक बहुमंजिला आवास परिसरों का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं का नाम है ‘निजन्न’ और ‘सुजन्न’, जिन्हें खास तौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए बनाया गया है।
मुक्चयमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए सात एकड़ जमीन मुफ्त में आवंटित की है, जबकि निर्माण पर कुल 290 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। दोनों आवास परिसरों में कुल 1210 क्रलैट बनाए गए हैं, जो बाजार मूल्य की तुलना में बहुत कम कीमत पर लोगों को दिए जाएंगे। इन क्रलैट्स को लॉटरी के माध्यम से दिया जाएगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
इस अवसर पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र की असहयोगात्मक रवैये के चलते कई महत्वपूर्ण योजनाएं समय पर पूरी नहीं हो पा रही हैं। उन्होंने केंद्र पर बुनियादी जरूरतों में भी बिचौलियों की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि ‘राज्य सरकार ने बंगाल में अब तक 45 लाख से अधिक घर बांग्ला आवास योजना के तहत बनाए हैं।’
मुक्चयमंत्री ने भाषण में कहा, ‘उन्हें पता नहीं कि बंगाली भाषा बोलने वालों की संक्चया एशिया में दूसरी और दुनिया में पांचवीं सबसे ज्यादा है।’ इसके साथ ही उन्होंने रोहिंग्या घुसपैठ के आरोपों पर भी तीखा जवाब दिया। ममता बनर्जी ने कहा, ‘यहां रोहिंग्या कहां से आए? वे तो क्वयांमार के हैं। वे बंगाली कैसे बोलेंगे? जो लोग यह सब आरोप लगा रहे हैं, क्या उन्होंने कभी सोचा भी है?’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर बिना नाम लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत में शरण देने के मुद्दे का भी संकेत किया। उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां कुछ मेहमानों को भारत सरकार ने आश्रय दिया है। क्या मैंने मना किया ? इसके राजनीतिक कारण हैं, और भारत सरकार के भी अपने कारण हैं। पड़ोसी देश संकट में है, हमने तो कभी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। तो फिर क्यों जब कोई बंगाली बोले तो उसे बांग्लादेशी कहा जाए?’
इन दो आवास परिसरों के अलावा मुक्चयमंत्री ने राजारहाट क्षेत्र में अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी लोकार्पण किया, जिनमें एक अत्याधुनिक बहु-स्तरीय पार्किंग सुविधा ‘सुसंपन्न’, बच्चों के लिए खास पार्क ‘तरुन्न’, फूड कोर्ट, कैफेटेरिया और मॉर्निंग वॉक ट्रैक शामिल हैं। करीब सात एकड़ जमीन पर फैले इन आवास परिसरों को खासकर निक्वन और मध्यम वर्ग के परिवारों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें रहेंगे आधुनिक सुविधाएं, सस्ती कीमतों पर फ्लैट, हरियाली और सुरक्षित वातावरण, बच्चों के लिए पार्क और मनोरंजन की व्यवस्था।