बागडोगरा (निज संवाददाता)। चटहाट ग्राम पंचायत में गतिरोध खत्म नहीं हुआ। आरोप है कि प्रधान के खिलाफ अविश्वास जताकर बीडीओ को एक माह पहले पत्र देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। तृणमूल के सदस्य आक्रोशित हैं। पंचायत कानून का पालन किए बिना बीडीओ ने कोई विशेष बैठक नहीं बुलाई।
15 जुलाई को प्रधान राजेश मंडल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जमा करने के बाद भी नोटिस न देने का आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत सदस्य बीडीओ कार्यालय पहुंचे। पंचायत कानून के अनुसार, प्रधान के खिलाफ अविश्वास जताए जाने पर एक माह के भीतर विशेष बैठक बुलाकर मामले का निपटारा करना होता है। हालांकि, उस दिन बीडीओ अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
पिछले महीने की 15 तारीख को बीडीओ के हाथों चटहाट ग्राम पंचायत के 12 सदस्यों ने अविश्वास का लिखित प्रस्ताव सौंपा था। बाद में ग्राम पंचायत सदस्यों को लेकर एक हियरिंग भी हुई, लेकिन अब तक प्रशासनिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव का कोई नोटिस जारी नहीं किया गया। ग्राम पंचायत सदस्य दावा करते हैं कि वे इस मामले में कई बार बीडीओ कार्यालय गए, लेकिन इसके बाद भी नोटिस क्यों नहीं किया गया, यह सवाल उठाते हुए वे इस दिन बीडीओ कार्यालय पहुंचे।
ग्राम पंचायत के प्रधान ने इस्तीफा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आरोप है कि उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया हैै। इलाके के विकास कार्य ठप होने के कारण 18 ग्राम पंचायत सदस्यों को लेकर नया बोर्ड गठित करने की मांग सदस्यों ने उठाई है।