जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी में उस समय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी जब साइंस एंड नेचर क्लब के म्यूज़ियम में एक डायनासोर का अंडा प्रदर्शित किया गया। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह अंडा टाइटेनोसॉरस प्रजाति का है, जिसका अस्तित्व करीब 13.5 करोड़ वर्ष पहले था। अंडे को देखने के लिए स्थानीय लोग उत्साह के साथ पहुंच रहे हैं। हर रविवार शाम म्यूजियम खुलते ही छात्र-छात्राओं से लेकर बुजुर्गो तक कतारें लग जाती हैं। साइंस एंड नेचर क्लब के सचिव राजा राउत ने बताया है कि डायनासोर के अंडे के साथ-साथ उनकी हड्डियों के अवशेष भी म्यूज़ियम में मौजूद हैं। क्लब का लक्ष्य है दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से विलुप्त और लुप्तप्राय जीवों के जीवाश्म एकत्र कर उन्हें संरक्षित करना और छात्रों को इसके बारे में जागरूक करना।
हालांकि, जगह की कमी के कारण सभी दुर्लभ वस्तुओं का प्रदर्शन नहीं हो पा रहा है। इसके बावजूद डायनासोर का अंडा म्यूज़ियम का मुख्य आकर्षण बन चुका है और जिले भर से लोग इसे देखने पहुंच रहे हैं।