सिलीगुड़ी। हुगली जिले के सिंगूर में नर्सिंग होम में एक नर्स की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। शनिवार को प्रशासन की भूमिका पर रोष व्यक्त करते हुए स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एसएफआई) दार्जिलिंग जिला कमेटी ने विरोध-प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों ने नक्सलबाड़ी के पानीघाटा मोड़ पर प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए यह प्रदर्शन किया।
इस मौके पर दार्जिलिंग जिला एसएफआई सचिव अंकित दे ने कहा कि नर्सिंग छात्रा के मामले को आर.जी. कर की तरह छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। इस घटना में भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रशासन की मदद से की गई है। जब वामपंथी छात्रों ने शव को रोकने की कोशिश की तो पुलिस ने उनके साथ मारपीट की गया। इसके विरोध में नक्सलबाड़ी प्रदर्शन किया गया है। आगामी दिन सिलीगुड़ी में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 14 अगस्त को सिंगूर स्थित नर्सिंग होम की तीसरी मंजिल के एक कमरे में दीपाली का फंदे से झूलता हुआ शव मिला। परिवार ने आरोप लगाया है कि दीपाली ने नर्सिंग होम में चल रही अनियमितताओं का खुलासा किया था। जिसके बाद उसका यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।