– 21 जुलाई के मंच से मोदी सरकार को हटाने की दी चेतावनी
– भाजपा और चुनाव आयोग पर लगाया गंभीर आरोप
– बांग्ला भाषियों पर उत्पीड़न का लगाया आरोप
कोलकाता। 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले 21 जुलाई के अंतिम जनसभा मंच से मुक्चयमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने का बिगुल बजा दिया। धर्मतला के विक्टोरिया हाउस के सामने विशाल सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस 21 जुलाई के मंच से दिल्ली में सरकार गिराने की नींव रखी जा रही है। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने स्पष्ट किया कि 2026 का चुनाव केवल विधानसभा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करने की रणनीति का हिस्सा होगा।
उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा, मैं हार मानने वाली नहीं हूं। सिंगूर-नंदीग्राम याद है न? अब दिल्ली भी बंगाल को याद रखेगा! ममता बनर्जी ने भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलकर बंगाल में लोकतंत्र और मताधिकार को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, अगर वोटर लिस्ट से किसी एक भी व्यक्ति का नाम हटाया गया, तो चुनाव आयोग के दक्रतर का घेराव किया जाएगा। बंगाल की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बंगाल की अस्मिता, संस्कृति और भाषा पर केंद्र से जो हमले हो रहे हैं, उसके खिलाफ अब संघर्ष सिर्फ कोलकाता की सड़कों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह आंदोलन दिल्ली की गलियों तक पहुंचेगा। मुक्चयमंत्री ने केंद्र सरकार पर बेरोजगारी को दूर करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ वर्षों में बंगाल में बेरोजगारी 40 प्रतिशत तक कम हुई है।
राज्य की 94 सामाजिक योजनाओं से करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। 8 करोड़ से अधिक लोग स्वास्थ्य साथी योजना के अंतर्गत कवर हैं। 2 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है। 77 लाख जॉब कार्डधारियों को रोजगार मिला है। 12 लाख स्वयं सहायता समूह बंगाल को आत्मनिर्भरता की दिशा में ले जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि यह सब बंगाल के आम लोगों के खून और पसीना से संभव हुआ है और बंगाल की जनता भाजपा की झूठी प्रचार राजनीति से प्रभावित नहीं होगी। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुक्चयमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को धर्मतला में आयोजित वार्षिक शहीद श्रद्धांजलि सभा से भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने देशभर में घुसपैठियों को चिन्हित करने की मुहिम के जरिए बांग्ला भाषी लोगों को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ देशभर में बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी है।



