Wednesday, August 27, 2025
spot_imgspot_img

Top 5 This Week

Related News

धरनीपुर चाय बागान में 184 श्रमिकों को मृत दिखा कर पीएफ के पैसे गबन करने का आरोप, श्रमिकों ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी

नागराकाटा (संवाददाता)। प्रखंड के धरनीपुर चाय बागान में श्रमिकों को मृत दिखाकर उनके भविष्यनिधि और कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा (ईडीएलआई) के पैसे का गबन किए जाने का आरोप लगा है। आज बागान श्रमिकों के एक वर्ग ने यह मुद्दा उठाया है।
मंगलवार दोपहर को श्रमिकों ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन आयोजत कर घटना का विस्तृत विवरण दिया और इस मामले की जांच कर श्रमिकों के मेहनत के पैसे वापस किए जाने की मांग की। संवाददाता सम्मेलन में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की नागराकाटा ब्लॉक कमेटी के शीर्ष नेता भी मौजूद थे।
संगठन के ब्लॉक सचिव विकास बारला ने दावा किया कि धरनीपुर चाय बागान के 184 श्रमिकों को मृत दिखाकर पीएफ और ईडीएलआई सहित गबन किया गया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को वे एक अभियान के लिए जलपाईगुड़ी के क्षेत्रीय पीएफ आयुक्त के कार्यालय जाएंगे और प्रशासन से इतने बड़े घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करेंगे।
वहीं, जलपाईगुड़ी क्षेत्रीय पीएफ आयुक्त पवन बंसल ने इस संबंध में कहा कि अगर श्रमिक व्यक्तिगत रूप से शिकायत दर्ज कराते हैं, तो अत्यंत गंभीरता से आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आज के संवाददाता सम्मेलन में धरनीपुर चाय बागान की सुशीला मुर्मू नामक एक श्रमिक ने बताया कि किसी को मृत दिखाकर, किसी को मेरी बेटी बनाकर ईडीएलआई और पीएफ का पैसा निकाल लिया गया। वास्तव में, मेरी कोई बेटी नहीं है। जिस बैंक से पैसे निकाले गए, उसमें मेरा खाता भी नहीं है। इसी प्रकार के आरोप सुशीला बारला नामक श्रमिक ने भी लगाया।
आदिवासी विकास परिषद के विकास बारला ने कहा कि यह मामला पहली बार 2024 में सामने आया था। उस समय, जब मैंने स्थायी श्रमिकों के पीएफ के यूनिवर्सल अकाउंट नंबर को सक्रिय करने के लिए केवाईसी अपडेट करने की कोशिश की, तो काम नहीं हो रहा था। पीएफ रिकॉर्ड से आधार नंबर मैच होने के बावजूद ऑनलाइन सिस्टम में पीएफ खाताधारक को मृत दिखाया जा रहा था। फिर पीएफ ऑफिस जाकर पैसे निकाले जाने का मामला समझ में आया। शुरुआत में ऐसे 24 श्रमिकों का पता चला जिनके मृत दिखाने के बाद पैसे निकाले गए। ये सभी बागानों में काम कर रहे हैं। हमने यह भी जानकारी जुटाई है कि किसके खाते में और किस बैंक शाखा में पैसा गया। संगठन के अध्यक्ष संजय चिकबराइक ने कहा, हम भी यह जानने के लिए असमंजस में थे कि यह कैसे किया गया। बाद में धीरे-धीरे सब कुछ स्पष्ट हो गया। यह बहुत ही निंदनीय घटना है। अगर इसकी ठीक से जांच नहीं की गई तो धरनीपुर के श्रमिक एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।

Popular Coverage