दार्जिलिंग। दार्जिलिंग के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने आज केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर एनएच-10 की वर्तमान गंभीर स्थिति से उन्हें अवगत कराया और अपने क्षेत्रीय दौरे की विस्तृत रिपोर्ट सौंपते हुए आवश्यक सुझाव दिए। श्री बिष्ट ने बताया कि 2023 की भीषण बाढ़ के बाद से तीस्ता नदी ने अपना रास्ता बदल लिया है, जिससे नदी के दाहिने तट (जहां एनएच-10 स्थित है) पर तेज़ कटाव हो रहा है। नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ चुका है और वहां की खड़ी ढलानों तथा सक्रिय भूस्खलनों के कारण सड़क की कटाई का कार्य अत्यंत जोखिमपूर्ण हो गया है। वर्तमान मानसून में एनएच-10 दो सप्ताह से अधिक समय से बंद है, जिससे स्थानीय नागरिकों, पर्यटकों और व्यापारियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड) हालात को संभालने का प्रयास कर रहा है, लेकिन नुकसान की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त संसाधनों और सहयोग की आवश्यकता है।
सांसद राजू बिष्ट ने सुझाव दिया है कि अधिक संसाधन, कुशल तकनीकी जनशक्ति और भारी मशीनरी की तत्काल तैनाती की जाए और भूस्खलन-प्रतिरोधी निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जाए। इसके साथ ही वास्तविक समय पर निगरानी और मानचित्रण के लिए जीआईएस और रिमोट सेंसिंग तकनीक का उपयोग, एनएचआईडीसीएल, आईआरकॉन, एनएचपीसी, बीआरओ, ब्रह्मपुत्र बोर्ड, एनडीआरएफ, जीएसआई, और विशेषज्ञ इंजीनियरों व भूवैज्ञानिकों के साथ संयुक्त बैठक की मांग की है। उन्होंने मंत्री से दीर्घकालिक समाधान हेतु सड़क के पुनः संरेखण (रियलाइन्मेंट) और ऊंचे मार्ग (एलीवेटेड स्ट्रेच) के निर्माण की योजना कि बात कही। श्री गडकरी ने मंत्रालय और एनएचआईडीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई बैठक के दौरान तत्काल एक उच्च स्तरीय टीम को एनएच-10 के स्थलीय निरीक्षण के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टीम से सभी संभावित विकल्पों जैसे कि पुनः संरेखण, एलीवेटेड हाइवे कॉरिडोर, वायाडक्ट और सुरंगों का अध्ययन कर एक स्थायी व समयबद्ध समाधान पर काम करने को कहा है। इसके अलावा एनएच-10 के लिए तुरंत प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट की नियुक्ति के भी निर्देश दिए गए हैं।