बीरभूम, 22 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारापीठ में कौशिकी अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। मंदिर समिति का अनुमान है कि इस वर्ष लगभग चार से पांच लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की व्यापक तैयारियां की हैं।
सुरक्षा इंतजाम
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मंदिर परिसर और आसपास में 1000 पुलिसकर्मी, 1700 सिविक वॉलेंटियर, और 300 राज्य पुलिस अधिकारी तैनात।
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175 निजी सुरक्षा गार्ड भी लगाए गए।
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भीड़ नियंत्रण के लिए 37 ड्रॉप गेट और 10 अस्थायी वॉच टावर।
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पूरे इलाके में 200+ सीसीटीवी कैमरे और मुख्य प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर गेट।
धार्मिक महत्व
कौशिकी अमावस्या का तारापीठ में विशेष महत्व है। मान्यता है कि इसी रात महाश्मशान के श्वेतशिमुल वृक्ष के नीचे साधक बामदेव को माता तारा के दर्शन हुए थे।
इस मौके पर देशभर से साधक और श्रद्धालु तारापीठ पहुंचते हैं और महाश्मशान में विशेष तांत्रिक अनुष्ठान व यज्ञ करते हैं।