बागडोगरा (निज संवाददाता)। सत्तारूढ़ दल, बालू माफिया और प्रशासन की मिलीभगत से माटीगाड़ा में खुलेआम बालासन नदी की लूट चल रही है। पर्यावरण न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर न केवल रात में, बल्कि दिनदहाड़े भी नदी संसाधन की लूटपाट एक संगठित नदी माफिया गिरोह कर रहा है। यह आरोप लगाया है सीपीएम की माटीगाड़ा एरिया कमेटी ने। शुक्रवार दोपहर सीपीएम की माटीगाड़ा एरिया कमेटी की ओर से सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बीडीओ कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
आंदोलन का नेतृत्व कसीपीएम माटीगाड़ा एरिया कमेटी के सचिव असीत नंदी, पूर्व सभाधिपति एवं जिला कमेटी सदस्य तापस सरकार, जिला कमेटी सचिव समन पाठक सहित अन्य नेताओं ने किया। सात सूत्री मांगों के समर्थन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस आंदोलन को लेकर पुलिस की सक्रियता भी साफ तौर पर नजर आई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्टी के जिला कमेटी सदस्य एवं पूर्व सभाधिपति तापस सरकार ने कहा कि 100 दिनों का काम माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 1 अगस्त से शुरू होना था, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक उसे लागू नहीं किया।
यही नहीं हर घर जल योजना 2014 तक पूरी होनी थी, लेकिन आने वाले कई दशकों में भी यह पूरी होगी या नहीं, इस में संदेह है। उन्होंने आगे कहा कि एसडब्ल्यूएम प्रोजेक्ट (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना) सफल नहीं होने के कारण लोग जगह-जगह और नदी में कचरा-गंदगी फेंक रहे हैं, लेकिन प्रशासन पूरी तरह चुप है। यहां तक कि पर्यावरण न्यायालय के आदेश की अनदेखी कर बेखौफ नदी की लूट जारी है। तापस सरकार ने आरोप लगाया कि प्रशासन की सत्तारूढ़ दल और माफियाओं के साथ मिलीभगत न होती, तो यह संभव नहीं होता।