पटना (आईएएनएस)। राजद के नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को मुद्दे से भटकाना बताया है। उन्होंने कहा कि वे एफआईआर से डरने वाले नहीं हैं। सोशल मीडिया के पोस्ट को लेकर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें ‘जुमला जी’ कहा गया है। उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री गया जी आ रहे थे और ‘जुमलेबाजी’ उनका शगल भी है। यह उनकी पॉलिटिक्स का अभिन्न हिस्सा है। एफआईआर से तो डराने की कोशिश बिल्कुल नहीं करें। जुमला भी उनके खुद के गृह मंत्री एक न्यूज़ चैनल के प्रोग्राम में कह चुके हैं। 15 लाख रुपए की बात हो या दो करोड़ रोजगार की बात हो, यह चुनाव में बोली जाती हैं। एक एफआईआर वहां भी बनता है।”
उन्होंने कहा कि ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ यह बिहार में ही नहीं देश में बड़ा मुद्दा है। इसको डाइवर्ट करने के लिए 100 एफआईआर करवा दीजिए, हासिल कुछ नहीं होगा। एनडीए नेताओं के ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर सवाल उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि, “यह लोग परेशान तो बहुत हैं। प्रधानमंत्री का भी कल चेहरा उड़ा हुआ था। दिल्ली तक जो सूचना जा रही है, वह उनके लिए चिंताजनक है। उन्होंने ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को लेकर कहा कि यह राजनीतिक यात्रा नहीं है। एसआईआर के मुद्दे पर गरीब लोगों का मत कैसे सुरक्षित रहे, यह उसकी यात्रा है। इस यात्रा ने भाजपा वालों के होश उड़ा दिए हैं। पीएम मोदी के घुसपैठिये को लेकर दिए गए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि देश में अगर घुसपैठिए हैं तो सबसे पहली कार्रवाई तो गृहमंत्री पर होनी चाहिए।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को गृहमंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए, तब पता चलेगा कि इसके लिए वे बहुत प्रतिबद्ध हैं। गयाजी के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के मंच पर राजद के दो विधायकों के मौजूद होने पर उन्होंने कहा, “वे विधायक कब के थे। वे वर्तमान में नहीं हैं। ऐसी बहुत सारी चीजें अभी देखने को मिलने वाली हैं। इसमें कुछ दम नहीं है।”