सिलीगुड़ी। रक्त दें, जीवन बचाएँ -इसी भावना को आत्मसात करते हुए हैदरपाड़ा व्यापार समिति ने रविवार को हैदरपाड़ा प्राथमिक विद्यालय के मैदान में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया। सुबह से ही वातावरण मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना से सराबोर हो था। इस जनसेवी पहल के अंतर्गत कुल 53 यूनिट रक्त संग्रह किया गया, जिसे तराई लायंस ब्लड बैंक को सौंप दिया गया, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में जरूरतमंदों की जान बचाई जा सके।
शिविर का शुभारंभ हैदरपाड़ा व्यापार समिति के अध्यक्ष भजन पाल, महासचिव सुजीत घोष एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुआ। अध्यक्ष भजन पाल ने कहा कि आज व्यापार का उद्देश्य केवल लाभ नहीं, बल्कि समाज के लिए योगदान देना भी है। रक्तदान जैसे अभियानों के जरिए हम एकजुटता, सहयोग और मानवता का संदेश देना चाहते हैं।
शिविर में नर्सों की विशेष टीम ने रक्तदाताओं की स्वास्थ्य जांच की। रक्तदान के बाद उन्हें जूस, बिस्कुट और आवश्यक दवाइयाँ दी गईं। साथ ही आम लोगों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित की गयी, जिसका वृद्ध नागरिकों ने विशेष रूप से लाभ उठाया। युवाओं ने पहली बार रक्तदान कर आत्मसंतोष जताया, वहीं वरिष्ठ नागरिकों ने भविष्य के लिए आशा व्यक्त की। एक युवक ने कहा, आज पहली बार रक्त दिया, ऐसा लग रहा है जैसे समाज के लिए कुछ सार्थक किया हो।
वहीं एक बुजुर्ग ने कहा कि अगर हमारे युवा ऐसे ही आगे आते रहें, तो रक्त की कभी कमी नहीं होगी। उत्तर बंगाल में गर्मियों के दौरान रक्त की भारी कमी देखी जाती है। दुर्घटनाएँ, जटिल ऑपरेशन और थैलेसीमिया जैसी बीमारियाँ रक्त की निरंतर उपलब्धता की माँग करती हैं। ऐसे में व्यापार समिति की यह पहल समाज के लिए जीवनदायिनी साबित हो सकती है। व्यापार समिति ने यह भी बताया कि वे हर वर्ष इस प्रकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं और भविष्य में इसे अधिक व्यापक स्तर पर ले जाने की योजना है।
हैदरपाड़ा में आयोजित यह रक्तदान शिविर केवल रक्त संग्रह का माध्यम नहीं रहा, बल्कि सामाजिक एकता, सहयोग और जिम्मेदारी की एक सशक्त मिसाल बनकर उभरा। व्यापारिक समुदाय द्वारा निभाई गई यह जनसेवा की भूमिका आने वाले समय में अन्य संगठनों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा।