सिलीगुड़ी (निज संवाददाता)। रक्षा बंधन वैसे तो भाई-बहन के त्योहार के रूप में जाना जाता है। यह एक ऐसा पवित्र पर्व है जो भाई बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूत बनाता है। पूरे वर्ष बहन को इस दिन का इंतजार रहता है, क्योंकि पूर्णिमा के दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, लेकिन भारत के आजाद होने के पहले विभाजन के विरूद्ध रवीन्द्र नाथ ठाकुर ने रक्षा बंधन त्योहार को हिंदू और मुसलमानों के बीच दूरी को कम करके दोनों के बीच भाईचारा को मजबूत करने के लिए रक्षा बंधन त्योहार मनाया था जिसमें हिंदू और मुसलमानों ने एक दूसरे का सहारा बनने की कसम खाकर एक दूसरे की कलाई पर राखी बांधी गई थी, जो कि उस समय इस त्योहार ने हिंदू और मुसलमानों के भाईचारा को मजबूत करने का काम किया था।
आज एक बार फिर से सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने भी कवि गुरू टैगोर के पथ पर ही अग्रसर होकर रक्षा बंधन मनाया। मौजूदा समय में लोगों के बीच आपसी मनमुटाव के कारण नाराजगी है जिसे दूर करने के लिए पुलिस की रक्षा बंधन पर यह अनोखी पहल देखी गई। आज पुलिस की तरफ से पूरे शहर में राखी का त्योहार मनाया गया जिसमें पुलिस कर्मियों ने राह चलते लोगों की कलाई पर राखी बांधी, साथ ही मुंह भी मिठा करवाया।
आज इस कार्यक्रम को खुद पुलिस कमिश्नर सी सुधार ने शुरू किया। जंक्शन में पुलिस कमिश्नर के साथ ही अन्य महिला, पुरूष पुलिस कर्मियों ने राह चलते लोगों की कलाई पर राखी बांधी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर रक्षा बंधन का त्योहार मनाने के लिए सिलीगुड़ी के विभिन्न जगहों पर पहुंचे। वहां पर पुलिस कमिश्नर के साथ समाज के लोगों के साथ रक्षा बंधन मनाया।
इस मौके पर पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर ने बताया कि रक्षा बंधन एक पवित्र त्योहार है। भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कमिश्नर ने शहरवासियों को रक्षा बंधन त्योहार की शुभकामना दी। इसके साथ उन्होंने शहरवासियों को हर वक्त एक साथ रहने की अपील की।
भाईचारा बढ़ाने के लिए पुलिस का आम लोगों संग रक्षा बंधन त्योहार
