दार्जिलिंग (निज संवाददाता)। गोरखा जनमुक्ति युवा मोर्चा की प्रतिनिधिमंडल ने आज कोलकाता में पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य से मुलाकात की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा गोरखाओं, पहाड़, तराई और डुआर्स के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने की मांग दोहराई। युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष नोमन राई के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने समिक भट्टाचार्य को एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि भाजपा अपने पुराने वादों को निभाए और यह केवल चुनावी आश्वासन बनकर न रह जाए। प्रतिनिधिमंडल में नरेंद्र कामबांग, विकास खवास, तोप्देन भूटिया, ज्ञानेन्द्र छेत्री और अशोक छेत्री शामिल थे।
युवा मोर्चा के अध्यक्ष नोमन राई ने फोन पर बातचीत में जानकारी दी कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से 12 सितंबर 2024 को दिल्ली में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष बिमल गुरूंग और महासचिव रोशन गिरी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई बैठक का उल्लेख किया। उनके अनुसार उस बैठक में अमित शाह ने स्पष्ट रूप से कहा था कि केंद्र सरकार गोरखाओं, पहाड़, तराई और डुआर्स की समस्याओं को लेकर गंभीर है और इन्हें बोडो समस्या की तरह संवैधानिक ढांचे में हल किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुनने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस दिशा में उन्हें आवश्यक निर्देश दिए हैं और गोरखा समुदाय से किए गए वादों को निभाने की दिशा में कार्य हो रहा है।
युवा मोर्चा ने भट्टाचार्य को यह भी याद दिलाया कि भाजपा ने पिछले कई वर्षों में गोरखाओं को कई आश्वासन दिए हैं परंतु ये वादे अधिकतर चुनावों तक ही सीमित रह गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब गोरखा समुदाय को केवल आश्वासन नहीं, ठोस संवैधानिक समाधान चाहिए।
गौरतलब है कि 2009 से पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि नहीं था, लेकिन 2009 के लोकसभा चुनाव में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थन से भाजपा ने दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र से पहली बार भारी मतों से जीत दर्ज की। उसके बाद ही बंगाल में भाजपा का विस्तार शुरू हुआ और आज पार्टी के लोकसभा व राज्यसभा में लगभग 14-15 सांसद और विधानसभा में करीब 68 विधायक हैं। युवा मोर्चा ने चेताया कि यदि भाजपा गोरखा समुदाय से किए वादों को नहीं निभाती है, तो इसका असर आगामी चुनावों में पार्टी की स्थिति पर पड़ सकता है।