जयगांव (नि.सं)। भारत-भूटान सीमावर्ती क्षेत्र जयगांव में पुलिस ने एक डॉक्टर के द्वारा डेंटल क्लिनिक के आड़ में चलाये जा रहे अवैध नशीली दवाओं के कारोबार का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई रविवार को जयगांव थाना द्वितीय प्रभारी एसआई मिग्मा शेरपा के नेतृत्व में की गई। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने जयगांव के डारागांव स्थित डॉ. बी. बिस्वास डेंटल क्लिनिक में छापेमारी की। छापे के दौरान पुलिस को क्लिनिक के बाथरूम में बने एक गुप्त चैंबर से 325 बोतल प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप बरामद हुई। मौके पर ही पुलिस ने क्लिनिक संचालक बिधान बिस्वास और उनकी पत्नी ममता बिस्वास को इसका बिल दिखाने को कहा मगर वह असमर्थ हुई जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि आरोपी बिधान बिस्वास के पास डॉक्टर की कोई मान्यता प्राप्त डिग्री भी नहीं है। बावजूद इसके, उन्होंने डॉ. का टाइटल इस्तेमाल करते हुए डेंटल क्लिनिक का बोर्ड लगाकर लोगों को गुमराह किया और नशीली दवाओं का अवैध धंधा चलाया।
इस मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह क्लिनिक महज नाम के लिए था, जबकि असल कारोबार नशीली दवाओं की तस्करी का था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के फर्जी डॉक्टर न केवल कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य और जीवन से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और इलाके में अन्य संदिग्ध क्लीनिकों की भी जांच की जाए। इधर जयगांव थाना के आईसी पालजर भूटिया ने बताया कि जयगांव पुलिस नशा मुक्त समाज बनाने के लिए लगातार अभियान चला रही है और इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
जयगांव में डेंटल डॉक्टर के क्लिनिक में पुलिस की कार्रवाई – चल रहा था नशे का काला कारोबार, एक गिरफ्तार
