कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रवासी श्रमिकों के पुनर्वास और आर्थिक सहायता के लिए पश्चिम बंगाल सरकार की बहुप्रतीक्षित योजना श्रमश्री इस सप्ताह से ही शुरू होने की संभावना है। राज्य श्रम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, योजना से जुड़ा वेब पोर्टल और मोबाइल एप लगभग तैयार हो चुका है और इसे आम जनता के लिए जल्द खोल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 18 अगस्त को इस योजना की घोषणा की थी। श्रमश्री के तहत अन्य राज्यों, खासकर भाजपा शासित राज्यों में कथित उत्पीड़न का सामना कर रहे बंगाली प्रवासी श्रमिकों को राज्य वापस लाकर उन्हें नई आजीविका खड़ी करने में मदद की जाएगी। योजना के तहत प्रत्येक लौटने वाले श्रमिक को एकमुश्त पांच हजार रुपये की यात्रा सहायता और अधिकतम 12 महीने तक पांच-पांच हजार रुपये मासिक पुनर्वास भत्ता दिया जाएगा, जब तक रोजगार की स्थायी व्यवस्था न हो जाए। इसके लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 18001030009 भी जारी किया है।
राज्य सरकार का कहना है कि श्रमश्री केवल आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक सुरक्षा तंत्र है, जिसके अंतर्गत लौटने वाले श्रमिकों को रोजगार, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा भी उपलब्ध कराई जाएगी। पिछले हफ्ते सप्ताहांत में राज्य सचिवालय में शीर्ष अधिकारियों ने योजना के क्रियान्वयन को लेकर विस्तृत बैठक की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार देशभर में बंगाली भाषी लोगों के साथ हो रहे कथित उत्पीड़न और भाषा पर हमलों का मुद्दा उठा रही हैं। सरकार का मानना है कि इस योजना से श्रमिकों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें सामाजिक सुरक्षा और सम्मान भी हासिल होगा।