दार्जिलिंग। दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजू बिष्ट ने सेतीझोड़ा क्षेत्र में एनएच-10 की गंभीर स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि मुख्य सड़क पर बड़े-बड़े दरारें पड़ चुकी हैं, जिससे नियमित आवागमन बेहद असुरक्षित हो गया है।बसांसद श्री बिष्ट ने कहा कि फिलहाल जल स्तर कम होते ही त्वरित रूप से प्रोटेक्शन कार्य कराया जाना आवश्यक है। साथ ही, तेज़ी से बढ़ती तीस्ता नदी के जलस्तर को देखते हुए नदी की सिल्ट सफाई (डेसिल्टिंग) भी अति आवश्यक है, ताकि आगे और नुकसान से बचा जा सके।उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर सड़क है, वहां की पहाड़ी एकदम सीधी और खड़ी ढलान वाली है, जिससे कटिंग कार्य करना अत्यंत जोखिम भरा है। इसी को ध्यान में रखते हुए, एक दीर्घकालिक समाधान के रूप में सड़क का पुनः रिअलाइनमेंटड्ढकर ऊंचाई पर एक नई सड़क का निर्माण करना अनिवार्य हो गया है। राजू बिष्ट ने यह भी कहा कि एनएचआईडीसीएल, आईआरकॉन और एनएचपीसी जैसी प्रमुख एजेंसियों के बीच समन्वय की भारी कमी है, और जब तक यह एजेंसियां मिलकर साझा योजना के तहत काम नहीं करेंगी, तब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल पाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में एम्बुलेंस, जल टैंकर, पेट्रोलिंग वाहन और टोइंग क्रेन जैसी आपातकालीन सेवाएं तक उपलब्ध नहीं हैं, जो कि किसी भी आपदा की स्थिति में अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने इन सुविधाओं को तत्काल उपलब्ध कराने की मांग की है। सांसद ने यह स्पष्ट किया कि वे एनएचआईडीसीएल के कार्यों पर विशेष रूप से निगरानी रख रहे हैं, खासकर अब जबकि इसने पीडब्ल्यूडी से कार्यभार संभाला है। उन्होंने कहा कि मैं हर संभव प्रयास करूंगा कि इस कार्य में विशेषज्ञों, भूवैज्ञानिकों, इंजीनियरों और यहां तक कि बीआरओ को भी शामिल कर एक विश्वस्तरीय सड़क का निर्माण सुनिश्चित किया जाए।
सेतीझोड़ा में राहत कार्य के साथ ही दीर्घकालिक समाधान की मांग, एनएच-10 की जर्जर हालत बनी चिंता का विषय : राजू बिष्ट
