Sunday, November 16, 2025
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एसजेडीए ने खाली पड़ी भूमि पर उद्योग स्थापित करने की दिशा में शुरू की सक्रियता

जलपाईगुड़ी (निज संवाददाता)। लगभग एक दशक से अधिक समय बाद सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) ने बेरुबाड़ी की खाली जमीन पर कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने की दिशा में सक्रियता शुरू की है। बेरुबाड़ी में शिलान्यास किए गए प्रस्तावित टमाटर प्रसंस्करण उद्योग को केंद्र में रखकर एसजेडीए आगे बढऩा चाहती है। इस बार जिला प्रशासन और सब्जी व्यापारियों के साथ चर्चा कर पुक्चता योजना के तहत बेरुबाड़ी की जमीन पर कृषि आधारित उद्योग स्थापित किया जाएगा, ऐसा एसजेडीए के चेयरमैन दिलीप दूगड़ ने बताया।
शुक्रवार को जिला शासक कार्यालय में जिलाशासक शमा परवीन और अतिरिक्त जिलाशासक धीमान बारुई के साथ चेयरमैन और सीईओ अर्चना पांधारिनाथ वानखेड़े ने बेरुबाड़ी को लेकर बैठक की। 2012 में एसजेडीए ने बेरुबाड़ी में 10 एकड़ जमीन को चारदीवारी से घेरकर टमाटर प्रसंस्करण उद्योग के लिए शिलान्यास किया था। जानकारी मिली है कि एसजेडीए ने कई बार इस जमीन पर टमाटर प्रसंस्करण उद्योग लगाने के लिए इच्छुक उद्यमियों से टेंडर मांगे, लेकिन किसी भी एजेंसी ने रुचि नहीं दिखाई। उसके बाद से एसजेडीए के कई चेयरमैन बदल गए, लेकिन बेरुबाड़ी को लेकर कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया।

शुक्रवार को सीईओ के साथ चेयरमैन और वाइस चेयरमैन प्रतुल चक्रवर्ती बेरुबाड़ी गए। उनके साथ कार्यकारी अभियंता प्रकाश लामा भी मौजूद थे। एसजेडीए चेयरमैन दिलीप दूगड़ ने कहा, बेरुबाड़ी में हमारे पास सुरक्षित स्थिति में 10 एकड़ जमीन है। पहले जो हुआ, सो हुआ। अब बेरुबाड़ी की जमीन पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ही नहीं, बल्कि विभिन्न सब्जियों के संरक्षण के लिए मल्टी-परपज कोल्ड स्टोरेज बनाने पर भी विचार हो रहा है। जिलाधिकारी से भी हमने विस्तार से चर्चा की है कि इस जमीन पर कृषि आधारित उद्योग स्थापित करना चाहते हैं।

आगामी सप्ताह सब्जी और फल व्यापारियों के साथ बैठक कर उनकी राय ली जाएगी। उसके बाद फिर जिलाधिकारी के साथ बैठक कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बेरुबाड़ी और हल्दीबाड़ी सहित जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक में बड़ी मात्रा में टमाटर और हरी मिर्च का उत्पादन होता है। लेकिन यहां से सब्जियां अन्य राज्यों में भेज दी जाती हैं। जबकि इस इलाके में एक मल्टी-परपज कोल्ड स्टोरेज की सक्चत जरूरत है। इससे किसान और व्यापारी सब्जियां जमा कर अन्य समय में बेच सकेंगे। हॉर्टिकल्चर और कृषि विभाग की सलाह भी ली जाएगी, ऐसा चेयरमैन ने कहा। जिलाधिकारी शमा परवीन ने बताया कि एसजेडीए के साथ उनके कई परियोजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा हुई है।

 

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