सिलीगुड़ी (निज संवाददाता)। गुलमा चाय बगान फैक्ट्री के पास शुक्रवार सुबह सुकना स्क्वाड द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुआ फंस गया जिसके बाद बगान श्रमिक प्रबंधन को डर से राहत मिली।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से तेंदुए की मौजूदगी ने बगान इलाके में दहशत का माहौल बना रखा था। स्थानीय श्रमिक डर के साए में काम कर रहे थे। आखिरकार वन विभाग की मुस्तैदी से यह खतरा टल गया। चाय बगान के श्रमिकों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार तेंदुआ बगान में घूमता नजर आ रहा था। कई बार उसके पंजों के निशान और गुर्राने की आवाजें भी सुनी गईं। श्रमिक रोजाना अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर थे। महिलाओं और बच्चों में भी डर का माहौल बना हुआ था। स्थानीय लोगों और बगान प्रबंधन ने इसकी शिकायत सुकना वन विभाग को दी।
सूचना मिलते ही सुकना स्क्वाड की टीम सक्रिय हुई और बगान इलाके में बड़े आकार का पिंजरा लगाया गया। टीम कई दिनों से तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने देखा कि पिंजरे के अंदर एक बड़ा तेंदुआ फंसा हुआ है। यह खबर फैलते ही बड़ी संया में लोग वहां जमा हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सुकना स्क्वाड की टीम ने तेंदुए को सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर जंगल में छोड़ दिया। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद चाय बगान क्षेत्र में लोगों ने राहत की सांस ली। श्रमिकों का कहना है कि अब वे बिना डर के काम कर पाएंगे। स्थानीय निवासियों ने वन विभाग की त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया।



